The Fact About malkin ki malish That No One Is Suggesting
The Fact About malkin ki malish That No One Is Suggesting
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इसके बाद अपनी उंगुलियों के पोरों को बच्चे की पीठ के ऊपरी हिस्से में रखें और हल्के दबाव के साथ धीरे-धीरे गोल घुमाते हुए पीठ के निचले हिस्से तक मालिश करें।
मालिश के लिए बच्चों के लिए बनाए गए तेल को ही चुने। बिना खुशबूदार तेल को ही बच्चे की मालिश के खरीदें।
छाती की मालिश करते समय हाथों को जरा नरम रखें। अब शिशु को पेट के बल लिटाकर पीठ और कूल्हों आदि की मसाज करें। पैरों के तलवों और हथेलियों पर भी मसाज देना न भूलें।
नवजात बच्चे की मालिश के लिए आपको कई तरह की तैयारियों की जरूरत होती है, जैसे कि -
पैरों को मालिश को समाप्त करते समय आप दोनों हाथों से बच्चे की जांघों को धीरे-धीरे दबाएं। जैसे आप शरीर को तौलिए से पौंछते हैं, ठीक वैसे ही बच्चे के पैरों पर धीरे-धीरे हाथ फेरें।
जांघ की तरफ आगे बढ़ें और यहाँ पर भी गुथने वाली विधि का प्रयोग करें। फिर हथेली से त्वचा को दबाए और बहुत धीरे से उसे जांघ पर चलाए। आपको हमेशा दिल के ओर की दिशा में चलाना चाहिए।
(और पढ़ें - बच्चे की उम्र के अनुसार ग्रोथ चार्ट)
मालिश करते समय टीवी, फेसबुक/ट्विटर देखने की बजाय अपने प्यारे बच्चे को देखें। अपने बच्चे की तेल मालिश एक अच्छा तरीका है बच्चे की मजबूत हड्डियों के लिए, बच्चे के शरीर की ताकत और प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने का, अगर सही तरीके से की जाए।
करण बतौर कंटेंट राइटर नवभारत टाइम्स की लाइफस्टाइल टीम से here लंबे समय से जुड़े हैं। सेक्सुअल हेल्थ से संबंधित विषयों के बारे में यह अच्छी समझ रखते हैं। इसके साथ ही हेल्थ विशेषज्ञों से बातचीत करके पाठकों तक उनके सवालों के जवाब को आसान भाषा में पहुंचाने का उन्हें बेहतरीन अनुभव है।... और पढ़ें
मसाज से दिमाग शांत होता है जिससे नींद अच्छी आती है। इससे आप सुबह भरपूर और सुखद नींद के बाद जब उठते हैं, तो आप में ऊर्जा ज़्यादा होती है और दिन के अंत में थकान कम महसूस होती है।
चेहरे की मालिश के बाद आपको बच्चे के बालों की जड़ों पर मालिश करनी चाहिए। बच्चे के सिर पर ऐसे मालिश करें जैसे आप उसके बालों पर शैंपू लगा रहीं हो। बच्चे का सिर बेहद ही नाजुक होता है, इसलिए आप मालिश के दौरान ज्यादा दबाव न बनाएं और हल्के हाथों से ही मालिश करें।
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शिशु के जन्म के कुछ हफ्तों बाद आप मालिश करना शुरू कर सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको बच्चे के मूड का भी खास ख्याल रखना है। मसाज के समय पर शिशु शांत और सचेत होना चाहिए। मालिश करने का तरीका ऐसा न अपनाएं जो बच्चे को सहज महसूस करवाए।
हल्के दबाव के साथ हाथों को गोल गोल घुमाते हुए बच्चे के सीने पर मालिश करें। (और पढ़ें - कंधे में दर्द के घरेलू उपाय)
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